एक खूबसूरत ख्वाब संग, जी रहा रहा हूँ आज मैं,
तुम बनी हो जिंदगी, संग ख्वाब जी रहा हूँ आज मैं,
हर सुबह तुम्हारी आवाज संग, एक गीत इश्क है गुनगुना रही,
है खुशनसीब हर रात भी, जो साथ तेरा है ये पा रही,
मुझे नहीं अब कुछ गिला, जो कुछ हुआ था कल कही,
बस है दुआ मिल सके पल सभी, जो पास तुम हो आ रही ,
हंसी मिली, ग़म गए,
प्यार मिला,जो हम मिले ,
इस इश्क में हर साथ का, इकरार आज मैं करता हूँ ,
हैं कसम इश्क की, बड़ा प्यार तुमसे करता हूँ ...
बड़ा इन्तजार हूँ कर रहा कि, शहनाई तेरे घर बजे,
मेरे लिए ही इश्क का श्रींगार हो, मेरे लिए ही तू सजे ,
दुल्हन बना के मैं लाऊ तुझे, माँ तेरा स्वागत करे,
भाभी तुम्हे घर दिखाएँ, गौरी तेरी बाहें भरे ,
हर लब्ज़ है सच मेरे दिल से, तुम्हे स्वीकार आज करता हूँ ,
हैं कसम इश्क की , बड़ा प्यार तुमसे करता हूँ ...
सब कुछ बड़ा हसीं सा लगता है जो, नाम तेरा कागज़ पे पढ़ लेता हूँ मैं ,
दो पैरों की तश्वीर देख, एक खूबसूरत सा सपना गढ़ लेता हूँ मैं ,
मेरी राधा हो तुम, मोहन बना मैं, हूँ प्रेम की मुरली लिए,
पूरे होंगे अब ख्वाब सारे, गंगा किनारे जो हमने जिए ,
तेरे साथ की मिन्नतें, एक बार नहीं सौ बार मैं करता हूँ,
हैं कसम इश्क की, बड़ा प्यार तुमसे करता हूँ ...
मंदिर में हो पूजा करते, या किताबो के बीच में छुपते हुए,
है प्यार, और रहेगा सदा, कहता हूँ सजदे में झुकते हुए,
मेरी आँखों को, अपनी आखों पे ओढ़ के ,
खिल गया था लम्हा मेरा, है प्यार, कहा था होंठो से,रुकते हुए,
मेरी आरजू,मेरी मंजिल,यह सांस,न्योछार तुझपे करता हूँ,
हैं कसम इश्क की ,बड़ा प्यार तुमसे करता हूँ ...
i very sweet poem .....
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